इश्क को कमजोरी नहीं ताकत बनायें

Monday, 10 September 2012




इस वक़्त मैं जिस्म 2 फिल्म का एक डायलाग दोहराना चाहुंगा। "इश्क दुनिया का आखिरी और सबसे खतरनाक नशा है"। सच इश्क
इंसान की सबसे बड़ी ताकत और सबसे बड़ी कमजारी है। इसे अपनी ताकत बनाऐं कमजोरी नहीं।
अकसर देखने को मिलता है कि प्रेम में असफल होने पर आत्महत्या कर ली, प्रेमिका के लिए घर वालों को सुलाया मौत की नींद। क्या सच में यही सच्चा प्यार है। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस पर एक ओर तमाम अपील की जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर सुनने में आया कि एक युवक ने अपनी प्रेमिका को गोली मार कर खुद भी जान दे दी। 
यह एक प्यार करने वाला ही जानता है कि इश्क से बड़ी ताकत और इससे बड़ी कमजोरी दुनिया में कोर्इ ओर नहीं है। अगर अपने प्यार को पाने की ठान ली जाए तो बेशक इंसान अपनी मंजिल तक पहुंच जाएगा। और अगर टूट गया तो मौत भी एक आसान विकल्प नजर आता है।
आखिर में बस इतना कहना चाहुंगा की जो आपकों प्यार करे, उसे प्यार करो। बेशक इश्क आपकी कमजोरी नहीं ताकत बन जाएगा।

0 comments:

Post a Comment

रफ़्तार 24 न्यूज़