करें ये उपाय ताकि... उम्र बढ़े तो बढ़े तंदुरुस्ती न घटे

Wednesday, 5 September 2012


Source: Dainik Bhaskar
समय के साथ उम्र का बढऩा प्रकृति का नियम है। लेकिन अगर आप संतुलित और सही खान-पान अपनाते हैं, तो शरीर पर पडऩे वाले बढ़ती उम्र के प्रभाव को काफी हद तक रोक सकते हैं। प्रोटीन और साबुत अनाज से भरपूर खान-पान से मांसपेशियों में कसावट बनी रहेगी। इसके अलावा उम्र के साथ चढऩे वाली अतिरिक्त वसा से भी निजात मिलेगी।

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर फलों और सब्जियों का सेवन झुर्रियों को दूर रखता है। आइए जानते हैं कि किस तरह का खान-पान आपको अंदर-बाहर से जवां बनाए रखता है।

साबुत अनाज को हां

एक अमेरिकी शोध बताता है कि मध्य वय के जो लोग ब्रेड और कार्बोहाइड्रेट खाते हैं, उनकी तोंद साबुत अनाज खाने वालों की तुलना में तीन गुना ज्यादा बड़ी होती है।

बैक्टीरिया से करें दोस्ती

35 के बाद पेट के लिए मित्र की भूमिका निभाने वाले बैक्टीरिया की संख्या में कमी आने लगती है। इस कारण पाचन प्रक्रिया के धीमा पडऩे और पेट फूलने की समस्याएं सिर उठाने लगती हैं। इससे निपटने के लिए दही या प्रोबायोटिक ड्रिंक्स का सेवन नियम से करें।

अंदर से मॉइश्चराइजर

उम्र बढऩे के साथ त्वचा भी सूखने और चटखने लगती है। इसकी वजह बनती है तेल ग्रंथियां, जो प्राकृतिक मॉइश्चराइजर कम पैदा करती हैं। इसे देखते हुए प्राकृतिक तेलों से भरपूर पदार्थों मसलन काजू, ऑलिव ऑयल का सेवन अच्छा रहेगा। इससे त्वचा मुलायम बनी रहेगी।

बिस्किट से करें तौबा 

30 के बाद प्रत्येक दशक पार करते हुए शरीर को एक फीसदी कम कैलोरी की जरूरत पड़ती है। इससे सामंजस्य बैठाने के लिए आप सुबह खाए जाने वाले बिस्किट्स को ना कह सकते हैं।

संभल कर करें नाश्ता

प्रत्येक भोजन के बीच में कुछ खाते रहने की आदत पर निगाह रखें। आइसक्रीम, चॉकलेट और फिजी ड्रिंक्स का सेवन न करें। इससे आप अतिरिक्त कैलोरी के सेवन से बच जाएंगे और चर्बी नहीं बढ़ेगी।

एंटीऑक्सीडेंट लें

फल, सब्जियां और मेवे एंटीऑक्सीडेंट्स के प्रमुख स्रोत होते हैं। इनमें एंटी-एजिंग केमिकल्स पाए जाते हैं, जो आप पर बढ़ती उम्र के असर को काफी हद तक कम करते हैं। एंटीआक्सीडेंट के दूसरे भी कई फायदे हैं, जो शरीर की कार्यप्रणाली दुरुस्त रखने के काम आते हैं।

भोजन न छोड़ें

महिलाओं के लिए किशोरावस्था या युवावस्था में छरहरी रहने के लिए भोजन छोड़ देना या कम खाना समझ में आता है। लेकिन 30 या 40 के वय में टाइम पर भोजन करें। पेट को तीन घंटे से ज्यादा खाली न रहने दें।

नमक कम खाएं

ज्यादा नमक चढ़ती उम्र के लिए अच्छा नहीं माना जाता। इससे शरीर में पानी की कमी होती है, जिस कारण पेट भारी-भारी लगता है। नमक की मात्रा कम करने से इस समस्या से निजात मिलती है। उन खाद्य पदार्थों का भी सेवन कम कर दें, जिनमें नमक होता है। जैसे, रेडी मील्स, सूप और ब्रेड।

ओमेगा 3 लें 

इसका प्रमुख स्रोत मछलियां होती हैं। मछलियों में लेप्टिन भी पाया जाता है, जो भूख पर नियंत्रण रखता है। यह झुर्रियों से लडऩे में सहायक है।

बूजिंग कम करें

उम्र बढऩे के साथ-साथ शराब का सेवन कम करते रहें। शराब सिर्फ कैलोरी में ही इजाफा नहीं करती, बल्कि इससे त्वचा में नमी की भी कमी आती है, जिससे त्वचा पर उम्र के लक्षण जल्द उभरने लगते हैं।

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