Randhir Batsh
बुधवार को बसपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक होगी।
इसमें यूपीए सरकार को समर्थन जारी रखने या नहीं रखने पर फैसला होगा। लखनऊ में महासंकल्प रैली को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि पार्टी यूपीए को समर्थन जारी रखने पर सोचने के लिए मजबूर किया जा रहा है। मायावती ने कहा कि मध्यावधि चुनाव की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने समर्थकों से लोकसभा चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा।
मायावती ने रिटेल में एफडीआई और डीजल के दाम में बढ़ोतरी सहित आर्थिक सुधार के अन्य फैसलों का कड़ा विरोध किया। गौरतलब है कि मायावती यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रही है। मायावती ने केन्द्र की सरकार को दलित विरोधी करार देते हुए कहा कि यूपीए सरकार को बसपा के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करना चाहिए।यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह के परिवार पर तगड़ा हमला बोला है। बसपा सुप्रीमो ने पदोन्नति में आरक्षण बिल का जिक्र करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के विरोध के कारण बिल संसद में लटका पड़ा है। मायावती ने कहा कि अगर आरक्षण नहीं होता तो मुलायम सिंह का परिवार भैंसे चरा रहा होता।
मायावती ने कहा कि यह सरकार काम कम और ढिंढोरा ज्यादा पीट रही है। माया ने अपने कार्यकाल की याद दिलाते हुए कहा कि हमारे शासन में राज्य की कानून व्यवस्था दुरूस्त थी लेकिन वर्तमान सरकार के 6 महीने के कार्यकाल में ही एक दर्जन दंगे हो गए। अखिलेश यादव पर हमला करते हुए माया ने कहा कि वह सिर्फ घोषणा सीएम तक ही सीमित हैं। हमने बेरोजगारों के हाथों में भत्ते की जगह नौकरियां दीं लेकिन अखिलेश घोषणाओं में अपने पिता मुलायम से भी आगे आ गए हैं।
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