अपनी फिल्म 'इंकार' में सुधीर मिश्रा ने एक ही कहानी के दो पहलुओं को सामने रखने की कोशिश की है। वे हैं पुरुष का और महिला का। फिल्म सेक्शुअल हैरसमेंट पर आधारित है।
सुधीर ने फिल्म को इस तरह से फिल्माया है कि इस मुद्दे के दोनों पहलू सामने आएं। फिल्म में मुख्य किरदार निभा रहे हैं अर्जुन रामपाल और चित्रांगदा।
फिल्म में चित्रांगदा सिंह जिन्होंने सेक्शुअल हेरसमेंट की शिकार महिला का रोल किया है का कहना है कि यह शूट यूनीक था पर इससे वे काफी डिस्टर्ब हुईं क्योंकि एक ही चीज को दो तरह से शूट करना था। यह अलग तरह का एक्सपीरिएंस था जिसमें मैं एक सीन में सेक्शुअल हैरसमेंट की शिकार महिला हूं जो हेल्पलेस है।
वहीं दूसरे वर्जन में मुझे अर्जुन को सेक्शुअली एक्साइट करते हुए दिखाया गया है। चित्रांगदा ने कहा कि सेक्शुअल मॉरेलिटी की हल्की सी लाइन पर चलना चैलेंजिंग था।
फिल्म के डायरेक्टर सुधीर ने कहा, हां यह फिल्म थोड़ी सी अनकंवेंशनल है। लेकिन यह सेक्स क्राइम्स को अलग नजरिए से देखती है। मैंने किसी भी पार्टी को कटघरे में खड़े किए बिना, या दोषी को दोष से मुक्त किए बिना मामले के दोनों पहलुओं को सामने रखने की कोशिश की है।
सेक्शुअल हैरसमेंट के मामलों में खुलकर डिस्कशन होने चाहिए। इस तरह के मामलों में काफी कुछ मान कर ही चला जाता है।
उन्होंने कहा कि पुरुषों का भी ऑफिसों में सेक्शुअल हैरसमेंट होता है और वे गलत तरह से आरोपी भी बना दिए जाते हैं। मैं सिर्फ यह कह सकता हूं कि फिल्म ऑडिएंस को शॉक कर देगी।Source:bhaskar
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