आस्था का लिलौटीनाथ मंदिर

Wednesday, 10 October 2012




Gopal Giri

शहर से सटा लिलौती नाथ शिव मंदिर अपनी अलग पहचान रखता है
/राजा महएवा द्वारा सैकड़ो साल पुराना ये मंदिर जहा शिव लिंग खुद धरती से प्रकट हुआ था . मंदिर की विशेषता की बात की जाए तो ये मंदिर उल्ल नदी के किनारे बना है जहा नदी की निर्मल धारा लगातार बहती रहती है लोगो की मान्यता है की मंदिर के घाट पर स्नान कर लेने से श्रीर के सभी रोगो का निदान हो जाता है / मंदिर के बंद कपाट के भीतर समाई अलौकिक शक्तिया जिसका अभी तक किसी ने नज़ारा नही किया है बंद कपाट के पीछे आद्रास्या शक्ति तड़के सुबह पूजा करके चली जाती है लोगो को ताज़ा जल और ताजे फूल शिव लिंग पर चड़े मिलते है लेकिन ये राज आज तक बेपर्दा नही हो सका है . खास तौर से सावन के महीने मे यहा भारी संख्या मे लोगो का टाटा लगा रहता है यहा डोर डोर से लोग आकर नारियल धतूरा चाड़ते है /सैकड़ो साल पहले जुंगल के बेच मे बना ये प्राचीन मंदिर जो महएवा स्टेट द्वारा निर्माण कराया गया था जिसे लोग अपर श्रद्धा  से मानते है.

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