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| ममता बनर्जी |
रानी कश्यप, नई दिल्ली। रफ़्तार 24 न्यूज़
तृणमूल कांग्रेस रिटेल में एफडीआई के फैसले को लेकर यूपीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के कदम पर कायम है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लाने के फैसले पर अडिग है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वामपंथी ऐसा प्रस्ताव लाते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।
ममता ने यह भी कहा कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विपक्षी दल भ्रम फैला रहे हैं, ऐसे में विरोधी भ्रम न फैलाएं। ममता ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा अगल है, इसलिए हम उनसे अलग हो गए। मेरे लिए कोई भी पार्टी अछूत नहीं है।
तृणमूल नेता ने कहा कि हम वामदलों से भी बात करने के लिए तैयार हैं। ममता ने फोन पर गुरुदास दासगुप्ता से भी बात की है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वामदल कांग्रेस का समर्थन कर रही है। उधर, सीपीआई ने कहा कि ममता से अभी तक कोई बातचीत नही हुई है। वहीं, माकपा ने कहा है कि तृणमूल के अविश्वास प्रस्ताव का वे समर्थन नहीं करेंगे।
गौर हो कि कांग्रेस ने बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पर संप्रग सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संसद के इतिहास में 19 सदस्यों वाली किसी भी पार्टी ने इस तरह का कदम कभी नहीं उठाया है। पार्टी ने बनर्जी से अपने फैसले पर गंभीरता से पुनर्विचार करने को कहा।
यूपीए सरकार पर मल्टी ब्रांड खुदरा कारोबार में एफडीआई की अनुमति देने और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हमला करते हुए ममता ने गत 17 नवंबर को कहा था कि उनकी पार्टी संसद के शीतकालीन सत्र में संप्रग के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। नई दिल्ली : तृणमूल कांग्रेस रिटेल में एफडीआई के फैसले को लेकर यूपीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के कदम पर कायम है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी अविश्वास प्रस्ताव लाने के फैसले पर अडिग है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर वामपंथी ऐसा प्रस्ताव लाते हैं तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं होगी।
ममता ने यह भी कहा कि अविश्वास प्रस्ताव को लेकर विपक्षी दल भ्रम फैला रहे हैं, ऐसे में विरोधी भ्रम न फैलाएं। ममता ने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा अगल है, इसलिए हम उनसे अलग हो गए। मेरे लिए कोई भी पार्टी अछूत नहीं है।
तृणमूल नेता ने कहा कि हम वामदलों से भी बात करने के लिए तैयार हैं। ममता ने फोन पर गुरुदास दासगुप्ता से भी बात की है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि वामदल कांग्रेस का समर्थन कर रही है। उधर, सीपीआई ने कहा कि ममता से अभी तक कोई बातचीत नही हुई है। वहीं, माकपा ने कहा है कि तृणमूल के अविश्वास प्रस्ताव का वे समर्थन नहीं करेंगे।
गौर हो कि कांग्रेस ने बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी पर संप्रग सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि संसद के इतिहास में 19 सदस्यों वाली किसी भी पार्टी ने इस तरह का कदम कभी नहीं उठाया है। पार्टी ने बनर्जी से अपने फैसले पर गंभीरता से पुनर्विचार करने को कहा।
यूपीए सरकार पर मल्टी ब्रांड खुदरा कारोबार में एफडीआई की अनुमति देने और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हमला करते हुए ममता ने गत 17 नवंबर को कहा था कि उनकी पार्टी संसद के शीतकालीन सत्र में संप्रग के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी।

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