डीडवाना (नागौर)। इलाज के बहाने डीडवाना जेल से पुलिस पहरे में अस्पताल के लिए निकला हार्डकोर कैदी शुक्रवार दोपहर एक निजी मेडिकल स्टोर के केबिन में जयपुर की युवती के साथ मिला। कैदी को लाने वाले तीनों पुलिसकर्मी बाहर पहरा दे रहे थे। किसी तरह सूचना मिलने पर डीडवाना से कांग्रेस के विधायक रूपा राम डूडी मौके पर पहुंचे और मेडिकल स्टोर के केबिन से संदिग्ध हालत में कैदी व युवती को बाहर निकलवाया। विधायक ने वहीं से एसपी व कलेक्टर को जानकारी दी। हरकत में आए पुलिस प्रशासन ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर जांच शुरू की है।डीडवाना के बहुचर्चित जीवनराम गोदारा व हरफूल जाट हत्याकांड के प्रमुख आरोपियों में से एक संजय पांडे विचाराधीन बंदी के रूप में इन दिनों डीडवाना जेल में है। शुक्रवार दोपहर करीब 12.30 बजे इलाज कराने के बहाने जेल से तीन कांस्टेबल मंगलाराम, पुरखाराम व राकेश पांडे को लेकर अस्पताल गए। बांगड़ अस्पताल में पीएमओ डॉ. बीएस राठौड़ ने उसके स्वास्थ्य की जांच की। इसके बाद पुलिसकर्मी उसे एक निजी मेडिकल स्टोर ले गए। वहां पांडे से मिलने पहले से एक युवती आई हुई थी। पांडे ने पुलिसकर्मियों को उसे अपनी परिचित बताते हुए दुकान के अंदर बने केबिन में ले गया।
पहुंचे विधायक, हुआ हंगामा
संजय पांडे के एक युवती के साथ मेडिकल स्टोर के केबिन में होने की सूचना पर विधायक रूपा राम डूडी वहां पहुंच गए। उन्होंने दुकानदार व पुलिसकर्मियों से पूछताछ की। संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो विधायक केबिन के अंदर घुस गए। वहां बंदी व युवती संदिग्ध अवस्था में मिले। विधायक ने पुलिसकर्मियों को फटकार लगाई। पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों को सूचना दी। इस दौरान मेडिकल स्टोर के बाहर भीड़ जमा हो गई और हंगामा होने लगा।
पुलिस प्रशासन में हड़कंप, तीनों पुलिसकर्मी सस्पेंड
विधायक की सूचना पर डीडवाना एएसपी अशोक कुलश्रेष्ठ, उप अधीक्षक हेमाराम चौधरी, एसडीएम जवाहर चौधरी, थानाधिकारी भीष्म राज आर्य, उपनिरीक्षक शांतिलाल मौके पर पहुंचे। पांडे को पुलिस गाड़ी में बैठाकर जेल पहुंचाया गया। युवती को पूछताछ के लिए थाने ले जाया गया। अधिकारियों ने मेडिकल स्टोर के मालिक से पूछताछ की।
सब दे रहे थे सफाई
पुलिस हिरासत में बंदी संजय पांडे का निजी मेडिकल स्टोर पहुंचना, वहां युवती से मिलना पुलिसकर्मियों की मिलीभगत की ओर इशारा करता है। मेडिकल स्टोर संचालक का कहना है कि पुलिसकर्मी उससे दवाइयां लेने आए थे। युवती को संजय ने अपनी परिचित बताते हुए उससे अकेले में कुछ देर बात करने की बात कही थी। नियमानुसार बंदियों व कैदियों को अस्पताल से ही दवाइयां उपलब्ध करवाई जाती है। निजी मेडिकल से बंदियों के लिए दवाई लेने का कोई प्रावधान नहीं है।
लाडनूं की रहने वाली है युवती
डीडवाना एएसपी कुलश्रेष्ठ ने बताया कि जांच के दौरान खुलासा हुआ कि युवती जयपुर में गुर्जर की थड़ी क्षेत्र में रहती है और मूल रूप से लाडनूं की रहने वाली है। वह एक अधिवक्ता की कार लेकर डीडवाना पहुंची थी। देर शाम तक पुलिस युवती से पूछताछ में जुटी थी। उसके बंदी पांडे से क्या रिश्ते हैं, इसका खुलासा नहीं किया गया है। पुलिस का कहना है कि युवती पांडे की रिश्तेदार तो नहीं है।
ये कहते हैं मुझे पता ही नहीं
घटना की जानकारी लेने मीडियाकर्मी जेल पहुंचे तो सहायक कार्यवाहक जेलर रामावतार शर्मा ने कहा कि मुझे अभी तक घटना की जानकारी नहीं मिली है। जेल से तो 12.35 मिनट पर सिपाही मंगलाराम, पुरखाराम व राकेश संजय को अस्पताल ले गए थे। एसडीएम का जब फोन आया तब मुझे घटना की जानकारी मिली है। इससे पूर्व भी पांडे को कई बार पेट दर्द व मौसमी बीमारी के इलाज के लिए चैक अप कराने बांगड़ चिकित्सालय ले गए थे। पूर्व में ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी।
कौन है संजय पांडे
डीडवाना में 2006 के चर्चित जीवनराम गोदारा व हरफूल जाट हत्याकांड के आरोपियों में से है संजय पांडे। गिरफ्तारी के बाद से वह डीडवाना जेल में है। इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी आनंद पाल सिंह नहीं चढ़ पाया है पुलिस के हत्थे। आनंद पाल सिंह पर है एक लाख का ईनाम।
Source-bhaskar
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