लखीमपुर खीरी । रफ़्तार 24 न्यूज़
गोपाल गिरी। खाकी का खौफ और पुलिस की हय्वानियत से बचने के लिए डरे एक युवक ने खुद्कुसी कर ली है मौत के लिए मजबूर कर देने वाली पुलिस ने युवक को इस कदर खौफजदा कर दिया की उसे अपनी जिन्दगी पुलिसिया कहर के आगे मामूली नजर आई /इश्क के चक्कर में साली को लेकर भाग निकलने का फैसला युवक साधन सरकार के लिए मौत का फैसला बन गया / ससुर द्वारा पुलिस से बेटी भगा ले जाने की शिकायत पर बेलगाम बनी पुलिस ने गाँव जाकर साधन सरकार को इस कदर भयभीत कर दिया की उसने पुलिस द्वारा पिटाई और बेइज्जती के डर से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली/ खाकी के नीचे छुपे हय्वानो ने पहले तो साधन को सरेराह गालिया दी और फिर उसे लम्बे समय तक जेल जाने का खौफ दिखाया तो साधन के कदम मौत की तरफ बढने लगे / साधन हाथ जोड़ता रहा लेकिन पुलिस के सिपाही नहीं माने और उसे गाँव से उजाड़ कर भगा देने का फरमान तक सुना डाला / साली को भगाने को लेकर हुई जघसाई और ऊपर से पुलिस का कहुफ़ जिससे साधन इस कदर घबरा गया की उसने अपनी जिन्दगी ख़त्म कर लेने का फेसला ले लिया/ गाँव गए सिपाहियों के जाते ही साधन ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
वी ओ 1- थाना मोहम्मदी के गाँव मियाँपुर का रहने वाला साधन सरकार (बंगाली)जो दो साल पहले हुई शादी के बाद अपनी पत्नी और एक बच्चे के साथ रह रहा था लेकिन इसी बीच उसकी साली उसकी जिन्दगी में ग्रहण बनकर आ गई / साली से इश्क के बाद उसकी पत्नी और बच्चे भी उसे बेगाने लगने लगे जिसकी जानकारी होने पर साधन की पत्नी ने जब विरोध जताना शुरू कर दिया तो साधन अपनी साली शर्मीली को लेकर फरार हो गया / एक साल तक साली को लेकर फरार रहने वाला साधन जब अपने गाँव मियापुर वापस आया तो उसके ससुर द्वारा की गई शिकायत पर पुलिस के दो सिपाही करूणा शंकर मिश्रा , और शुशील कुमार मिश्रा उसे डराने पहुच गए/ बन्दर घुडकी से काम चल जाता लेकिन बेलगाम पुलिस ने क़ानून ताक पर रखकर उसे इतना मानसिक प्रताड़ना दे दी की आखिकार उसको आत्मह्त्या का आत्मघाती फैसला लेना पडा।
0 comments:
Post a Comment