लखीमपुर खीरी । रफ़्तार 24 न्यूज़
गोपाल गिरी। लखीमपुर की पुलिस की अपंग और लचर व्यवस्था का एक और कारनामा मितौली थाना छेत्र जो पिछले हफ्ते गन्ने कोल्हू पर हुई डकैती को मात्र आपसी विवाद में दर्ज किया और अब इसे डैकतो का आतंक कहे या पुलिस की निष्क्रियता की लोग इस कदर डकैतों से से खौफजदा है कि अपना आशियाना तक छोड़ने को मजबूर है वो दूर दूर तक फैला है सन्नाटा खाली है लोगो के आशियाना जहा जुडी है उनकी पैदा होने की खुशिया और और शादी की शहनाई'/ डकैतों के बार बार हमला करने और इज्जत अबरू लूट लिए जाने के बावजूद भी जब इनकी पुलिस और प्रशासन किसी ने नहीं सुनी तो इन्होने लिया एक दिल को रुलाने वाला निर्णय दिल पर पत्थर रख कर लिया और अपना सामान अबरू की हिफाजत के लिए छोड़ दिया अपना आशियाना कहा जायेगे कहा रहेगे ये बताएगा शाम को ढलने वाला सूरज /
यह मामला है थाना मितौली छेत्र की कैम बुजुर्ग ग्राम सभा के नीबा-टाडा का जहा खानाबदोश की तरह अपना जीवन यापन करने वाली बंजारा जाती के लगभग तीस परिवार रहते है / एकांत में नदी के किनारे बसे हुए इस गावं के लोग ज्यादातर मेहनत मजदूरी कर के अपना जीवनयापन करते है गाव वालो के के अनुसार में लगभग महीने के अन्दर डकैती की चौथी वारदात है जिसमे सशस्त्र डेढ़ दर्जन डकैत इन लोगो के रुपये पैसे लूटने के अलावा महिलाओ के साथ बदसलूकी भी करते है /हर बार पुलिस के पास जाने पर टरका दिए जाते दिए जाते है कल रत फिर डेढ़ दर्जन पुलिस वर्दी में बदमासो ने धावा बोल दिया जिसमे लगभग पूरे गावे लूटपाट व महिलाओ के साथ अभद्रता की और जब पीड़ित को पुलिस से कोई सहायता तक नहीं पहुची तो इन लीगो गाव से पलायन करने का रुलाने वाला निर्णय लिया [अख्तर ;गुड्डी नत्थे हाशिम गालको बाबु सहित लगभग एक दर्जन लोग अपना घर छोड़ कर जा चुके है जबकि बाकि जानी की तयारी में है






































