Thursday, 6 December 2012

छोड़ दो प्यार करना....वरना मार दिए जाओगे....




मुरादाबाद। रफ़्तार 24 न्यूज़ 

कहने को हम 21 वीं सदी में जी रहे हैं, लेकिन इसी जहां में बहुत लोग रूढ़िवादी सोच के साथ जीते हैं। उनका मकसद धर्म, जाति, लाज-लज्जा के नाम पर प्यार करने वालों की बलि चढ़ाना है। ताजा मामला है जनपद की तहसील कांठ के छजलैट के निकटवर्ती गांव का।

संजीव-अंजुम ये दो ऐसे नाम हैं जो छजलैट के बच्चे-बच्चे को याद हैं। और शायद छजलैट इन्हें कभी भूल भी नहीं पाऐगा। बीते सप्ताह दो प्यार करने वालों पर कहर बरपाया गया। प्रेमिका को इतना पीटा की उसकी मौत हो गयी। वहीं प्रेमी को आत्महत्या पर मजबूर किया गया। आखिर इस प्रेम कहानी ने रूढ़िवादी सोच के दम तोड़ दिया। या सच कहा जाए तो प्यार का गला घोंट दिया गया।

छजलैट के गांव कूरी रवाना निवासी संजीव का पड़ौसी की मुस्लिम समुदाय की लड़की अंजुम से लम्बे अरसे से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जो परिजनों को कतई र्बदास्त नहीं था। कई बार रोक लगायी गयी। लेकिन प्रेमी युगल का प्यार कम नहीं हुआ।

मंगलवार का दिन प्रेमी युगल के लिए कहर बन कर आया। पहले प्रेमिका के परिजनों ने प्रेमिका की इतनी पिटाई की कि उसके शरीर पर एक दो नहीं 27 गंभीर चोटें आयीं। उसके पेट पर भी जानवरों की तरह वार किए गए जिससे उसकी तिल्ली फट गयी। पोस्टर्माटम रिपोर्ट में साफ हो गया कि उसकी मौत तिल्ली फटने से हुई है। इतने से भी वहशियों का मन नहीं भरा तो युवती को जबरदस्ती जहर खिला दिया गया।

उसके बाद वहशीपने पर उतरे प्रेमिका के परिजनों ने प्रेमी को भी प्रताड़ित किया उसे इतना पीट की उसने खुद आत्म हत्या कर ली। गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचे संजीव के मंुह से बस कुछ शब्द निकले जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया। उसके आखिरी शब्द थे........मुझे बचा लो वरर्ना वे मुझे मार डालेंगे।

पुलिस चाहती तो आज जिंदा होते संजीव-अंजुम

पूरे मामले में पुलिस शक के घेरे में नजर आ रही है। घटना से एक दिन पहले प्रेमी युगल ने पुलिस थाने पहुंच कर गुहार लगायी थी कि उन्हें परिजनों से बचाऐं। उनकी जान को खतरा है। प्रेमी युगल पुलिस के आगे रोता रहा कि वे लोग हमें मार डालेंगे। मगर पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी और परिजनों को बुला कर समझौता करा दिए। अगर पुलिस जरा भी समझदारी दिखाती तो शायद इस प्रेम कहानी का इतना दर्दनाक अन्त नहीं होता।

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