Saturday, 3 November 2012

मेहमान परिंदों से गुलजार खीरी की धरती

गोपाल गिरी। पूर्वी देशो में पडने वाली बेशुमार कडाके की सर्दी से बचने के लिए हरसाल लाखो की तादात में आने वाले विदेशी परिंदों से ,किसनपुर ,झादीताल सहित दुधवा राष्ट्रीय पार्क  गुलजार  हो रहा है यही नहीं मुफीद खीरी की आबो हवा जहा ताल और तालाबो में इन विदेशी मेहमानों ने डेरा डाल दिया है। खीरी की धरती  विदेशी  चिडियोंकी चहचाहट से गुलजार हो रहा है। लिहाजा  चिड़िया प्रेमी इनकी  तरफ आकर्षित हो रहे है इनको  करीब से देखने के लिए  वन्य जीवप्रेमियों का जामावाडा लगा हुआ है।लाखो की तादात में एकसाथ विदेशेरे मेहमानों को  देखने के लिए  भारी संख्या में लोग लगातार यहाँ पहुच रहे है।  ठंढे देशो से  नवम्बर माह से आने वाले विदेशी परिंदे जिनमे ड्रोमोजोलक्रेन ,कोमडक ,लाबिंगस्टोर्क ,ब्राउनीडक   सहित तमाम दुर्लभ चिडियों की प्रजातिया यहाँ डेराडाले हुए है जो कि पांच महीने के प्रवास के बाद मार्च तक वापस चले जायेगे। खीरी जिले में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान सहित तमाम जमीन का दस प्रतिशत नम भूभाग जहा पानी है साथ ही इनचिडियों के रहने  के लिए मुफीद प्राकृतिक और अनुकूल वातावरण मौजूद है। जो इन परिंदों केलिए काफी अनुकूल माना जाता  है। एक साथ हजारो के झुण्ड में रहने वाले इनपरिंदों पर शिकारियों की बुरी नजर ना पडे इसके  लिए वन विभाग ने इनकी सुरक्षा के काफी इंतजाम किये  है जिसके लिए वन कर्मी लगातार इनकी मोनिटरइंग कर रहे/ चार महीने के प्रवास के दौरान प्रजननं करने वाले विदेशी मेहमान गर्मी पडने की शुरुआत में  जाते वक्त अपनी संख्या को दोगुनी करके यहाँ से अपने देश लौट जाते है।

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