हिन्दी फिल्म उद्योग के तीनों खानों द्वारा अपनी फिल्मों के प्रदर्शन के लिए बुक किए गए त्यौहारों को देखते हुए अब इमरान हाशमी ने भी अपनी फिल्म के लिए वर्ष का एक त्यौहार बुक कर लिया है। बताया जा रहा है कि इमरान हाशमी ने यह फैसला लिया है कि अब उनकी फिल्म भी हर वर्ष दशहरे के बाद मनाई जाने वाली बकरीद पर प्रदर्शित होगी।
इस सिलसिले में उनकी पहली प्रदर्शित होने वाली फिल्म "रश" होगी, जिसका पहले नाम "रफ्तार 24 बाय 7" था। वर्ष 2010 में शमीन देसाई ने इमरान हाशमी को लेकर "रफ्तार 24 बाय 7" नाम से एक फिल्म शुरू की थी, लेकिन 2011 के आरंभ में दुर्भाग्यवश शमीन की मृत्यु हो गई। बॉलीवुड में यह मान लिया गया कि यह फिल्म बंद हो गई क्योंकि निर्देशक के नहीं रहने से फिल्म बनाना अत्यंत मुश्किल काम है। शमीन की पत्नी प्रियंका देसाई ने हिम्मत दिखाई और इस फिल्म को फिर शुरू किया।
दोबारा शूटिंग करना आसान नहीं था, लेकिन फिल्म के हीरो इमरान हाशमी ने फिल्म को पूरा करने में खास तौर पर दिलचस्पी ली और उनकी वजह से ही यह फिल्म "रश" नाम से 24 अक्टूबर को रिलीज होने जा रही है। मीडिया, राजनीति, अपराध और रोमांस के इर्दगिर्द "रश" की कहानी घूमती है। इमरान हाशमी इस फिल्म में एक पत्रकार के रोल में हैं और यह रोल निभाने के बाद उनके दिल में पत्रकारों के प्रति सम्मान बढ गया है। उन्होंने कहा है कि वाकई में पत्रकारों का काम बेहद कठिन होता है। "रश" के जरिये दिखाने की कोशिश की गई है कि मीडिया में ग्लैमर, पैसे और ताकत का किस तरह जोर चलता है। Source: khaskhabar
इस सिलसिले में उनकी पहली प्रदर्शित होने वाली फिल्म "रश" होगी, जिसका पहले नाम "रफ्तार 24 बाय 7" था। वर्ष 2010 में शमीन देसाई ने इमरान हाशमी को लेकर "रफ्तार 24 बाय 7" नाम से एक फिल्म शुरू की थी, लेकिन 2011 के आरंभ में दुर्भाग्यवश शमीन की मृत्यु हो गई। बॉलीवुड में यह मान लिया गया कि यह फिल्म बंद हो गई क्योंकि निर्देशक के नहीं रहने से फिल्म बनाना अत्यंत मुश्किल काम है। शमीन की पत्नी प्रियंका देसाई ने हिम्मत दिखाई और इस फिल्म को फिर शुरू किया।
दोबारा शूटिंग करना आसान नहीं था, लेकिन फिल्म के हीरो इमरान हाशमी ने फिल्म को पूरा करने में खास तौर पर दिलचस्पी ली और उनकी वजह से ही यह फिल्म "रश" नाम से 24 अक्टूबर को रिलीज होने जा रही है। मीडिया, राजनीति, अपराध और रोमांस के इर्दगिर्द "रश" की कहानी घूमती है। इमरान हाशमी इस फिल्म में एक पत्रकार के रोल में हैं और यह रोल निभाने के बाद उनके दिल में पत्रकारों के प्रति सम्मान बढ गया है। उन्होंने कहा है कि वाकई में पत्रकारों का काम बेहद कठिन होता है। "रश" के जरिये दिखाने की कोशिश की गई है कि मीडिया में ग्लैमर, पैसे और ताकत का किस तरह जोर चलता है। Source: khaskhabar

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