गोपाल गिरी। राजकीय आश्रम पध्धति विद्यालय के छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रही मासूम रोली की मौत हो गई जिसका शव संदिग्ध हालत में दुपट्टे से लटकता मिला/ छात्रा की फांसी से हुई मौत की जुम्मेवार वजह क्या थी खुदकुशी या ह्त्या कई सवाल खडे कर दिए है/ फांसी की शक्ल में बरामद शव छात्रावास में कैसे बरामद हुआ जबकि छात्रावास में बच्चो की निगरानी में लगा स्टाफ उस वक्त कहा था जब मासूम के लिए फांसी का फंदा बन रहा था / मोहम्मदी इलाके रेहरिया के राजकीय आश्रम पध्धति विद्यालय यहाँ छात्रावास में रोली रहकर पदाई कर रही थी इसकी मौत पर उसके पिता ने सवालिया निशाँन लगा दिया है उनके मुताबिक़ उनकी लडकी की ह्त्या की गई है /छात्रा की मौत की जांच पुलिस ने शुरू कर दी है / - लखीमपुर खीरी कोतवाली मोहम्मदी इलाके के रहरिया गाँव में चल रहा राजकीय आश्रम पद्द्वती विद्यालय जहा ग्यारह साल की रोली की फांसी लगने से मौत हो गई छात्रावास का कमरा जहा पंखे से लटकता शव बारामद हुआ है तखत पर बैठी मुद्रा में मिला शव जिसके दोनों पैर जमीन पर टिके है ह्त्या की तरफ इशारा कर रहे है / कमलापुर के सत्यकेतु ने दो साल पहले अपनी लडकी का दाखिला सरकारी आवासीय विद्यालय में कराया था ताकि लडकी का भविष्य बन सके / उसे इस बात का अंदाजा नहीं था की जिस लडकी को पदाई के लिए वो भेज रहा है वही इसकी जिन्दगी ख़त्म हो जायेगी /घटना की जानकारी होते ही छात्रावास प्रशाशन के जिम्मेदार लोग भाग गए छत के पंखे से लटककर लगाईं गयी फांसी जिसमे शव के पैर जमीन से लटकते मिले है घटना के वावत पुलिस का कहना है की बीमार चल रही रोली अपने पिटा के साथ घर जाना चाहती थी लेकिन उसे जब नहीं ले जाया गया तो उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली वही पिता की तरफ से लगाया गया लडकी की ह्त्या का आरोप जिससे पुलिस भी कटघरे में खडी हो गई है / ह्त्या की सही वजह सामने ना आ पाने के कारण मामला संदिग्ध हो गया है जिससे साफ़ तौर पर कहा जा सकता है की इन सरकारी विद्यालयों में बच्चियों का अस्तित्व कतई सुरक्षित नहीं है /
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