Monday, 5 November 2012

पाक में सम्मान के नाम पर बेटी की हत्या


 

इस्लामाबाद। इज्जत की खारित हत्याएं सिर्फ भारत में ही नहीं हो रही हैं, बल्कि इसकी आग सीमा पार पाकिस्तान में कहीं अधिक फैली हुई है। पाकिस्तान में खुद की 15 वर्षीय बेटी की तेजाब डालकर हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार मां-बाप ने कहा है कि उन्होंने यह कदम इसलिए उठाया, क्योंकि उनकी बेटी ने एक लड़के की तरफ नजर उठाई थी।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार लड़की के पिता को आशंका थी कि उसके कारण उनके परिवार की बेइज्जती हो सकती है। लड़की की मां का कहना है कि उसकी किस्मत में इसी तरह की मौत लिखी थी। इस दम्पती को पिछले सप्ताह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में गिरफ्तार कर लिया गया था।

पाकिस्तान के मानवाधिकार आयोग के अनुसार पिछले वर्ष 943 महिलाओं की सम्मान की खातिर हत्या कर दी गई। यह आंकड़ा 2010 के आंकड़े से 100 अधिक है। अनुषा नामक इस लड़की को 60 प्रतिशत जली अवस्था में पाया गया था। उसके पिता मुहम्मद जफर ने बताया कि एक लड़का मोटरसाइकिल से आया। वह (अनुषा) उसे देखने के लिए दो बार मुड़ी। पहले मैंने उसे ऎसा करने के लिए मना किया, क्योंकि यह गलत है। लोग हमारे बारे में काना-फंूसी करते हैं कि मेरी बड़ी बेटी भी ऎसी ही थी।

अनुषा की मां जहीन ने कहा कि उसने कहा "मैंने ऎसा किसी मकसद से नहीं किया। मैं दोबारा नहीं देखूंगी।" तब तक मैंने उसके ऊपर तेजाब डाल दिया था। उसकी किस्मत में ऎसी ही मौत लिखी थी। खबर के अनुसार, अनुषा के पिता उसे घर के अंदर ले गए, उसकी पिटाई की और उसके बाद पत्नी की मदद से उसपर तेजाब डाल दी। अधिकारियों ने कहा है कि दोनों दम्पती अगली सुबह तक बेटी को अस्पताल नहीं ले गए थे। दम्पती ने कहा है कि उनकी बड़ी बेटी पहले ही परिवार को बदनाम कर चुकी थी, और अब वे फिर से बदनाम नहीं होना चाहते थे। 

Source-patrika

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