Wednesday, 24 October 2012

शादी एक धंधा, क्यों ?


Writen By- Manuj Gupta
इतने सालों में न महिला आयोग न भारत सरकारवैश्यावृत्ति बंद नहीं कर पाया|
बीवी से सस्ती है वैश्याएऔर शायद वफादार भी..समय-समय पर बदल भी सकते है |
Maintenance और Alimony का कोई खर्चा नहीं | Live-in-Relationship या शादी के फंडों का टेंशन नहीं पैसे देकर surrogated mother भी मिलती है|
court / कचेहरी का कोई टेंशन भी नहीं ?
फिर पुरुष क्यों करते है शादी ?

सिर्फ बदनाम होने के लिए की पुरुषो को सिर्फ सेक्स चाहिएया अपने माँ - बाप की इज्जत को धूल मिटटी में मिलाने के लिए पैसे ज्यादा आ गए होते है जो पहले शादी मेंफिर अदालतों थानों और न जाने कहा कहा उड़ाने के लिए इतने पैसे  गए है तो “improve the quality of Prostitute, but don’t Marry
क्योंकि महिला आयोग न तो समाज में फैली  वैश्यावृत्ति रोक पाया और न ही कानूनी वैश्यावृति पर लगाम कसना चाह रही है..कसमखा ली है की हिन्दुस्तान को अमेरिकिस्तान बनाना हैतो पुरुष बदनाम होकर क्यों ऐसा करेंगर्व सेव कहें, "नहीं करनी है मुझे शादी,क्योंकि देखी है हमने  घर घर की बर्बादी |
आखिर कितना चाहिए पुरुषों को “सेक्स इतना सेक्स चाहिए होता या सिर्फ सेक्स ही चाहिए होता,  तो बच्चा पैदा करने की भी क्यों सोचता अपने पैरों  में खुद ही कुल्हाड़ी क्यों मारता | कब समझेंगे लोग इन बातों को क्यों शादी को एक धंधा बना रहा है समाज ?

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