Tuesday, 23 October 2012

सिर्फ 18 से 30 साल की खूबसूरत बालाओं को मिलता है इस खेल में मौका


सिर्फ 18 से 30 साल की खूबसूरत बालाओं को मिलता है इस खेल में मौका
नई दिल्ली. हर खेल से जुड़े कुछ ऐसे सच होते हैं जिसके बारे में कम ही लोग जानते हैं. और अगर खेल ही ऐसा हो जिसकी शुरुआत ही बस दो साल पहले हुई हो तो उसके बारे में लोगों में उत्सुकता होना लाजमी है. जहां पश्चिमी देशों में फॉर्मूला वन रेसिंग की लोकप्रियता में तेजी से गिरावट आ रही है वहीं भारत में यह खेल अपने शैशव काल में है. पिछले साल (2011) ग्रेटर नोएडा के बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट में ग्रैंड प्रिक्स (जिसे फॉर्मूला वन भी कहते हैं) का पहली बार आयोजन हुआ, जिसे काफी पसंद किया गया. 

आगामी 28 अक्टूबर से यह प्रतियोगिता फिर से इसी स्टेडियम में शुरू हो रही है. इस खेल का असली रोमांच इसकी स्पीड होती है जो देखने वालों को रोमांचित कर देती है.
लेकिन इस चैम्पियनशिप में आकर्षण की एक बड़ी वजह प्रमोशनल मॉडल्स और उनकी पोशाक भी होती है. आमतौर पर इन्हें ग्रिड गर्ल्स कहा जाता है. जहां भारत में इस खेल की लोकप्रियता अपने प्रारम्भिक चरण में है, वहीं इस खेल से जुड़े ऐसे कई तथ्य हैं जिनके बारे में कम लोग ही जानते हैं. इसी खेल से जुड़ी है खूबसूरत ग्रिड गर्ल्स की कहानी. आइये जानते हैं इन गर्ल्स के अनसुने किस्सों का सच...   
   
ग्रिड गर्ल्स का मतलब :
पेशेवर रेसिंग इवेंट चाहे वह मोटरसाइकिल रेसिंग हो, कार रेसिंग हो या फॉर्मूला वन रेसिंग इन सभी चैम्पियनशिप में ग्रिड गर्ल्स (grid girls) का रोल बेहद अहम होता है. ग्रिड गर्ल्स को पैडक गर्ल्स या अम्ब्रेला गर्ल्स (Paddock girls, umbrella girls) भी कहा जाता है. 
ग्रिड गर्ल्स का काम  चैंपियनशिप में हिस्सा ले रहे रेसर्स को धूप या बरसात से बचाने के लिए छाता लेकर उनके साथ खड़े रहने का होता है.
चैंपियनशिप शुरू होने से पहले रेसर्स अपने ग्रिड (जहां उनकी गाडियां खड़ी होती हैं) में तब तक खड़े रहते है जब तक कि उनकी गाड़ियों की रेस पूर्व चेकिंग और ईंधन भरने का काम पूरा नहीं हो जाता. 
चूंकि इस चैम्पियनशिप के खिलाडी बेहद भारी, गद्देदार चमड़े वाली रेसिंग पोशाक पहनते हैं, ऐसे में उन्हें गर्मी  से बचाने के लिए प्रायोजकों द्वारा ग्रिड गर्ल की सुविधा दी जाती है जो हाथों में छाता लिए रेसर्स को धूप से बचाने का काम करती हैं.
क्यों इतनी आकर्षक होती है इनकी पोशाक: 
ग्रिड गर्ल्स का काम खिलाड़ियों को सिर्फ मदद करना ही नहीं होता. चैंपियनशिप में हिस्सा ले रही टीमों के प्रायोजक विज्ञापन के लिए भी इनका इस्तेमाल करते हैं. यही कारण है कि इन्हें ग्रिड गर्ल्स के साथ प्रमोशनल मॉडल भी कहा जाता है.
ये मॉडल, आमतौर पर 18-30 वर्ष के उम्र वाली आकर्षक बालाएं होती हैं. इनका पहनावा काफी उत्तेजक होता है जो खेल प्रायोजकों के लोगो / डिजाइन.की ओर ध्यान आकर्षित करने का भी काम करता है. आगे देखिये दुनिया के कुछ ख़ास ग्रिड गर्ल्स की तस्वीरें...


सिर्फ 18 से 30 साल की खूबसूरत बालाओं को मिलता है इस खेल में मौका
कोरियाई ग्रैंड प्रिक्स की ग्रिड गर्ल्स

सिर्फ 18 से 30 साल की खूबसूरत बालाओं को मिलता है इस खेल में मौका
हंगेरियन फार्मूला वन ग्रैंड प्रिक्स की ग्रिड गर्ल्स
सिर्फ 18 से 30 साल की खूबसूरत बालाओं को मिलता है इस खेल में मौका
कोरियाई ग्रैंड प्रिक्स की ग्रिड गर्ल्स
सिर्फ 18 से 30 साल की खूबसूरत बालाओं को मिलता है इस खेल में मौका
ब्राज़ीलियाई ग्रैंड प्रिक्स  की ग्रिड गर्ल्स 
सिर्फ 18 से 30 साल की खूबसूरत बालाओं को मिलता है इस खेल में मौका
इंडियन ग्रैंड प्रिक्स 2012 की ग्रिड गर्ल्स 
सिर्फ 18 से 30 साल की खूबसूरत बालाओं को मिलता है इस खेल में मौका
ऑस्ट्रेलियन ग्रैंड प्रिक्स की ग्रिड गर्ल्स 
Source:bhaskar

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