मधेपुर (मधुबनी)। प्रखंड के परवलपुर गाव में तीन दिन पूर्व हरियाणा की खाप पंचायत की कहानी दोहराई गई। दबंगों ने पान खाने पर गांव के एक युवक और दो लडकियों को न सिर्फ बाधकर सरेआम पीटा, बल्कि उनके सिर के बाल भी काट दिए। इतने पर भी पंचायत का गुस्सा शांत नहीं हुआ तो तीनों परिवारों को पंचायत में बुलाकर उन पर 21-21 हजार रूपए का जुर्माना भी लगा दिया।
इसमें दो परिवारों ने तो अपनी ओर से जुर्माना भी दे दिया मगर एक परिवार की घर स्थित सही नहीं होने पर पंचायत उस परिवार को तुगलकी फरमान भी सुना दिया और गांव से बाहर निकल जाने के लिए बोल दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 सितंबर की रात परवलपुर गांव की दो लडकियां पास के नीमा गांव में मेला देखने गई थी। वहां पर दोनों की मुलाकात उन्हीं के गांव का लडका मो. मीनू से हुई। मो. मीनू ने दोनों लडकियों को पान खाने के लिए बोला। जिसमें से एक लडकी ने पान खा लिया मगर दूसरी ने पानी नहीं खाया। इन्हीं के गांव के लोगों को उन तीनों को साथ में घूमना अच्छा नहीं लगा और उसकी सूचना गांव वालों को दे दी। गांव के कुछ लोग तमतमाए मेले में पहुंचे और तीनों को जोर जबरदस्ती अपने साथ गांव ले आए। गांव में लाने के बाद तीनों को बांध दिया और लात-घूंसों से जमकर पिटाई की गई। फिर दोनों ल़डकियों व ल़डके के बाल काटे गए। बाद में पंचायत ने तीनों के परिजनों पर 21-21 हजार रूपये जुर्माना ठोक दिया। मो. मीनू और शबनम के पिता ने जुर्माना अदा कर दिया पर शाहिन की मा ने असमर्थता जताई। इसे अवहेलना मानकर दूसरी बार बैठी पंचायत ने उसे तत्काल गाव छोडने का हुक्म सुना दिया। लाचार शाहिन की मा ने सपरिवार गांव छोड दिया। हालांकि शनिवार को भेजा थानाध्यक्ष गोपाल प्रसाद सिंह परवलपुर पहुंचे तथा एक पीç़डता की मां के बयान पर गाव के 9 लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। उधर, अस्पताल में इलाजरत दोनों लडकिया रोने के सिवा कुछ नहीं बोल पा रही है। जबकि, ग्रामीण कुछ भी बताने से इन्कार कर रहे हैं।</p>
इसमें दो परिवारों ने तो अपनी ओर से जुर्माना भी दे दिया मगर एक परिवार की घर स्थित सही नहीं होने पर पंचायत उस परिवार को तुगलकी फरमान भी सुना दिया और गांव से बाहर निकल जाने के लिए बोल दिया। प्राप्त जानकारी के अनुसार 20 सितंबर की रात परवलपुर गांव की दो लडकियां पास के नीमा गांव में मेला देखने गई थी। वहां पर दोनों की मुलाकात उन्हीं के गांव का लडका मो. मीनू से हुई। मो. मीनू ने दोनों लडकियों को पान खाने के लिए बोला। जिसमें से एक लडकी ने पान खा लिया मगर दूसरी ने पानी नहीं खाया। इन्हीं के गांव के लोगों को उन तीनों को साथ में घूमना अच्छा नहीं लगा और उसकी सूचना गांव वालों को दे दी। गांव के कुछ लोग तमतमाए मेले में पहुंचे और तीनों को जोर जबरदस्ती अपने साथ गांव ले आए। गांव में लाने के बाद तीनों को बांध दिया और लात-घूंसों से जमकर पिटाई की गई। फिर दोनों ल़डकियों व ल़डके के बाल काटे गए। बाद में पंचायत ने तीनों के परिजनों पर 21-21 हजार रूपये जुर्माना ठोक दिया। मो. मीनू और शबनम के पिता ने जुर्माना अदा कर दिया पर शाहिन की मा ने असमर्थता जताई। इसे अवहेलना मानकर दूसरी बार बैठी पंचायत ने उसे तत्काल गाव छोडने का हुक्म सुना दिया। लाचार शाहिन की मा ने सपरिवार गांव छोड दिया। हालांकि शनिवार को भेजा थानाध्यक्ष गोपाल प्रसाद सिंह परवलपुर पहुंचे तथा एक पीç़डता की मां के बयान पर गाव के 9 लोगों के विरूद्ध प्राथमिकी दर्ज की है। उधर, अस्पताल में इलाजरत दोनों लडकिया रोने के सिवा कुछ नहीं बोल पा रही है। जबकि, ग्रामीण कुछ भी बताने से इन्कार कर रहे हैं।</p>
No comments:
Post a Comment