सावधान !
फेसबुक जैसी साइटें अब बीमारियों का कारण भी बन सकती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने यह चेतावनी दी है। एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एआईएमएस) के चेयरमैन डॉ. एनके पांडेय कहते हैं, 'जो लोग फेसबुक या अन्य सोशल नेट
वर्क पर अधिक समय बिताते हैं उनका सामाजिक जीवन बहुत सीमित होता है। वे बहुत कम शारीरिक गतिविधियों में भाग लेते हैं। इन सबका व्यापक जैविक एवं शारीरिक असर होता है। इसके कारण स्ट्रोक, डिमेंशिया, एंग्जाइटी, हृदय रोग और यहां तक कि कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों के खतरे बढ़ते हैं।'
वहीं मेट्रो हॉस्पिटल एंड हार्ट इंस्टीट्यूट के मुख्य इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. पुरुषोत्तम लाल का भी कुछ ऐसा ही मानना है। डॉ. लाल कहते हैं, 'सोशल साइट्स पर अधिक समय बिताने वाले युवाओं का बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) काफी बढ़ा हुआ होता है। फेसबुक, ट्विटर और इंटरनेट का नियमित इस्तेमाल करने वाले बच्चे पेट दर्द, नींद की समस्या, आक्रामक व्यवहार, और डिप्रेशन से पीडि़त हो रहे हैं।'
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